Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम शुरू हो गया है इस कड़ी में भगवान राम लला मंदिर में एंट्री करेंगे। रामलला को पहले राम जन्मभूमि परिसर का भ्रमण कराया जाएगा फिर इसके बाद गर्भ गृह का शुद्धिकरण होगा और फिर गुरुवार को रामलला गर्भगृह में प्रवेश करेंगे राम मंदिर में स्थापित करने के लिए मैसूर के मूर्तिकार अरुण योगीराज ने जो मूर्ति बनाई थी उसको सेलेक्ट किया गया है वैसे राम जन्मभूमि में स्थापित करने के लिए तीन मूर्तियां बनाई गई थी । ऐसे में लोग सवाल कर रहे हैं कि बाकी दो मूर्तियों का क्या होगा।
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Ayodhya Ram Mandir: तीन मूर्तियां, दो का क्या होगा ?
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने इसके बारे में जानकारी दी उन्होंने बताया कि उन दोनों मूर्तियों को भी मंदिर के पहले और दूसरे तल पर रखा जाएगा साथी यह भी बताया कि पहला मंजिल जैसे ही तैयार होगी श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट अयोध्या में वैदिक अनुष्ठानों के साथ रामलला की बाकी दो मूर्तियों में से एक को विराजमान कर दिया जाएगा।
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इसके बाद दिसंबर 2025 तक पूरे मंदिर का निर्माण कार्य होने के बाद दूसरी बची मूर्ति को दूसरे आखिरी मंजिल पर स्थापित किया जाएगा राय ने कहा कि उन्हें राजगद्दी पर बैठाते समय सभी अनुष्ठान किए जाएंगे।
बता दें की अयोध्या में राम मंदिर के लिए तीन मूर्तिकार ने रामलला की तीन अलग-अलग मूर्तियां बनाई थी मंदिर ट्रस्ट ने 22 जनवरी को राम मंदिर के गर्भगृह में विराजमान करने के लिए कर्नाटक की मूर्तिकार अरुण योगीराज की काले पत्थर की मूर्ति को चयनित किया अन्य दो मूर्तियों में एक को कर्नाटक के गणेश भट्ट ने काले पत्थर से और दूसरी को राजस्थान के सत्यनारायण पांडे ने सफेद संगमरमर से तराशा है।
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तीनों मूर्ति 51 इंच ऊंची है जिनमें 5 साल के भगवान राम को दर्शाया गया है बता दें की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को रामलला के सप्ताह पर चलने वाले अनुष्ठान करेंगे उसके बाद समारोह के समापन का प्रतीक एक माचिस की तीली के आकार के सुनहरी छड़ी के साथ देवता के आगे खोलेंगे।