Ambunachi Festival: क्या है अबुंबाची फेस्टिवल, कामाख्या माता मंदिर के इतिहास से क्या है कनेक्शन

Ambubachi Festival: देश में कई सारे मंदिर है कई सारे चमत्कार भी होते हैं इनमें से एक मंदिर है मां कामाख्या मंदिर अगर आप इस मंदिर के बारे में नहीं जानते हैं तो चलिए आज आपको बताते हैं। इस प्रसिद्ध मंदिर में लगता है प्रसिद्ध अंबुबाची मेला ये हर साल जून में तीन दिन के लिए मेला लगता है इस दौरान मंदिर के दरवाजे तीन दिन के लिए बंद कर दिए जाते हैं।

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मान्यता है कि इस दौरान जल कुंड से पानी की तरह रक्त प्रभावित होता है क्योंकि माता इस दौरान रजस्वला होती है अगर इस मंदिर के बारे में आप नहीं जानते तो बता दें कि असम के गुवाहाटी में मौजूद देवी का ये मंदिर काफी प्रसिद्ध है।

इस मंदिर की गिनती तीर्थ स्थलों में की जाती है इस मंदिर को खासतौर पर तांत्रिक देवी देवताओं को समर्पित किया गया है। इस मंदिर की उत्पत्ति की कहानी काफी रोचक है और आकर्षक भी है इस मंदिर को 52 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है।

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क्या है यहां की मान्यता ?

  •  कथा के अनुसार सती माता के शरीर को भगवान विष्णु द्वारा 51 टुकड़ों में विभाजित किया गया उनके शरीर के टुकड़े पूरी पृथ्वी पर जहां-जहां पड़े उन मंदिरों के गिनती शक्ति पीठ के तौर पर की जाने लगी।
  •  गुवाहाटी में स्थित मां कामाख्या का मंदिर भी ऐसा ही शक्तिपीठ है यह मंदिर तंत्र विद्या के लिए काफी फेमस है।
  • देश का एकमात्र ऐसा मंदिर है जहां तंत्र विद्या का काम किया जाता है।
  •  आपको जानकर हैरानी होगी कामाख्या मंदिर में देवी की कोई मूर्ति नहीं है ।
  • यहां उनके योनी की पूजा होती है।
  • हर साल जून के महीने में देवी के मासिक चक्र का समय होता है और इस दौरान यह पर्व काफी धूमधाम से मनाया जाता है।
  • माता के मंदिर के कपाट भक्तों के दर्शन के लिए तीन दिनों के लिए बंद कर दिए जाते हैं ।
  • मासिक चक्र समाप्त होने के बाद चौथे दिन भक्तों को माता के दर्शन की अनुमति दी जाती है।
  • यहां लगता है प्रसिद्ध अंबुबाची मेला
  •  अंबुबाची मेले में शामिल होने के लिए देश-दुनिया के हर कोने से लोग आते हैं।
  •  हिंदू मान्यताओं की अनुसार इस पवित्र पर्व पर जो श्रद्धालु शामिल होते हैं उन पर मां कामाख्या की कृपा होती है।

 मान्यताओं के अनुसार इस पवित्र पर्व के दौरान जो भी श्रद्धालु पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ माता के दर्शन साधना आराधना करते हैं माता उनके सभी मनोकामना बहुत ही जल्दी पूरी करते हैं। मान्यताओं की माने तो कामाख्या के दरबार में कोर्ट कचहरी से लेकर इलेक्शन के जीत का आशीर्वाद मिलता है।

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Ambunachi Festival: बुरी शक्तियां यहां होती है दूर

माना जाता है कि यहां के तांत्रिकों को बुरी शक्तियों को दूर करने में सिद्धि प्राप्त होता हैं हांलाकि वो अपने शक्तियों का इस्तेमाल बहुत सोच विचार कर करते हैं।

कामाख्या के तांत्रिक और साधु चमत्कार करने में सक्षम होते हैं कई लोग विवाह बच्चे धन और दूसरी इच्छाओं की पूर्ति के लिए यहां की तीर्थ यात्रा करते हैं। कामाख्या मंदिर तीन हिस्सों में बना है पहला हिस्सा सबसे बड़ा है इसमें हर व्यक्ति को जाने नहीं दिया जाता दूसरे हिस्से में माता के दर्शन होते हैं जो एक पत्थर से हर वक्त पानी निकलता है कहा जाता है कि महीने के तीन दिन माता को पीरीयड होता है इन तीन दिनों मंदिर के कपाट बंद रहते हैं तीन दिन बाद बड़े धूमधाम से मंदिर के पास फिर से खोल दिए जाते हैं।

मान्यता यह भी है कि अगर किसी व्यक्ति पर बहुत ही ज्यादा काला जादू किया गया है बहुत ही ज्यादा कोई व्यक्ति काले जादू से ग्रसित है तो वह यहां पर आकर इस समस्या से छुटकारा पा सकता है। इस जगह को तंत्र साधना के लिए सबसे महत्वपूर्ण जगह माना जाता हैं यहां पर साधु और अघोरियों का तांता लगा रहता है।

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