Abu Dhabi Hindu Temple: पीएम नरेन्द्र मोदी ने अबू धाबी में पहले हिन्दू मंदिर का उद्घाटन कर दिया है। अब ये मंदिर 18 फरवरी से आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा। BAPS यानी की बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था हिन्दू मंदिर, संयुक्त अमीरात में पहले पारंपरिक हिन्दू मंदिर है। इस मंदिर की चर्चा काफी दिनों से हो रही है। 2023 दिसंबर में बीएपीएस स्वामी ईश्वरचरणदास ने पीएम मोदी से मुकालात के बाद उनको निमंत्रण दिया था जिसको पीएम ने स्वीकार कर लिया था। उन्होंने इस ऐतिहासिक मंदिर के लिए अपना समर्थन भी जताया था।
Abu Dhabi Hindu Temple: अबू धाबी में तीन और हिन्दू मंदिर
इस मंदिर को तकरीबन 27 एकड़ जमीन पर बनाया गया है । खबर के मुताबिक साड़ें 13 एकड़ इलाके में मंदिर बनाया गया है वही बाकी बचे साड़े 13 एकड़ जमीन पर पार्किंग एरिया बनाया गया है। मंदिर का निर्माण 2019 से चल रहा है संयुक्त अरब अमीरात सरकार ने बीएपीएस मंदिर के लिए जमीन दान की थी।
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आपको बता दें कि यूएई में तीन और भी हिंदू मंदिर है जो दुबई में मौजूद है लेकिन अबू धाबी में पहला हिंदू मंदिर बनाया गया है। बीएपीएस मंदिर पत्थर के वास्तु कला के साथ एक बड़े इलाके में फैला खाड़ी क्षेत्र में सबसे बड़ा और खास मंदिर होगा 700 करोड रुपए में बना अबू धाबी का यह पहला हिंदू मंदिर है।
बीएपीएस मंदिर दुबई अबू धाबी शेख जायद हाईवे पर बनाया गया है इस मंदिर के निर्माण में तकरीबन 700 करोड रुपए खर्च किए गए हैं इस मंदिर को बनाने में 18 लाख ईटों का इस्तेमाल किया गया है मंदिर की भव्यता को और बढ़िया दिखाने के लिए इसमें संगमरमर का इस्तेमाल भी किया गया है।
भगवान स्वामीनारायण को समर्पित इस मंदिर का निर्माण बीएपीएस नामक संस्था ने किया है बीएपीएस का मतलब होता है बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था । इस मंदिर की भव्यता का अंदाजा इसकी तस्वीरें देख कर आप लगा सकते हैं। नक्काशीकृत पत्थरों का उपयोग करके इस मंदिर को बनाया गया है जिन पर देवी देवताओं की प्रतिमाओं को उकेरा गया है इस मंदिर को बहुत ही खूबसूरत ढंग से बनाया गया है बीएपीएस मंदिर बहुत ही भव्य और विशाल है इस मंदिर में आपको दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर की झलक देखने को मिलेगी।
7 अंक का है खास महत्व
आपको बता दें अबू धाबी मंदिर में 7 शिखर है जिन पर अलग-अलग देवताओं से जुड़ी कहानियां और प्रतीकों को दर्शाया गया है। लेकिन सात अंक का एक और खास महत्व है दरअसल यूएई 7 अमीरात यानी 7 रियासतों से मिलकर बना है भारत और युवा के संस्कृति का संगम दिखाने के लिए मंदिर में 7 मीनार भी बनाई गई है। यूएई में मंदिर बनाने के पहली कोशिश साल 1997 में की गई जब स्वामीनारायण संस्था ने प्रमुख ने यूएई के दौरा किया।
इस प्रयास को अंजाम तक पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बड़ी भूमिका है। 16 अगस्त 2015 को पहली बार नरेंद्र मोदी ने बतौर प्रधानमंत्री यूएई का दौरा किया फिर मोदी से पहले 1981 में इंदिरा गांधी ने यूएई के द्वारा किया था 34 सालों तक भारत का कोई पीएम यूएई नहीं गया नरेंद्र मोदी की यह रिकॉर्ड 7 यूएई यात्रा है इसलिए 7 बहुत ही ज्यादा खास है।