Ajab-Gajab: एक कहावत है जाको राखे साइयां, मार सके ना कोय! जिसका जिन्दा रहना नियति में लिखा है, वो इतनी आसानी से तो मर नहीं सकता, चाहे ये कोई इंसान हो या फिर जानवर। कुछ ऐसा ही हुआ एक मुर्गें के साथ जिसे उसके मालिक ने मीट बेचने के लिए काट दिया था, लेकिन वो बिना सिर के भी जिन्दा रह गया। सुनकर ये किसी चमत्कार से किसी कम नहीं लगेगा लेकिन इस मौत की खूब चर्चा हो रही है।
जिन्हें मुर्गे के मीट का शौक है उन्हें एक ऐसे मुर्गे की कहानी बताते है, जो मारा तो गया था मीट बनाने के लिए लेकिन उसके साथ जो हुआ वो किसी चमत्कार से कम नहीं है। लेकिन ये मामला सुर्खियों में है।
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Ajab-Gajab: बिना सिर के 18 महीने तक जिया मुर्गा
डेली स्टार के रिपोर्ट की मानें तो मामला अमेरिका के कोलोरेडो का है जहां लॉयड ओल्सेन और क्लारा नाम का एक कपल रहता था। एक बार उन्होंने मीट के लिए कुल 50 जानवरों को मारा लेकिन वो ये देखकर हैरान है कि इनमें अभी भी जिन्दा और एक्टिव था। उन्होंने बिना सिर के इस मुर्गे को सेब के एक बॉक्स में रातभर के लिए रख दिया, उन्हें लगा कि वो इतनी देर में तो मर ही जाएगा।
जब उन्होंने अगले दिन बॉक्स खोला तो मु्र्गा अब भी जिन्दा था, खास बात ये है कि वो बिना सिर के कोई 2-4 हफ्ते नहीं ल्कि कुल 18 महीने तक ज़िंदा रहा, उसे देखने के लिए एक शख्स 300 मील से आया और उसने चिकन पर स्लाइडशो बनाकर पैसे भी कमाए।
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घटना 10 सितंबर 1945 को हुई थी, जिसके बारे में कपल के परपोते ने ये बात की, उसके मुताबिक उस वक्त Life Magazine की ओर से बिना सिर के इस मुर्गे पर स्टोरी भी की गई थी, जिसका नाम माइक रखा गया था। कुल 18 महीने तक ऐसा चलता रहा और आखिरकार एरिज़ोना दौरे के वक्त 1947 में मुर्गे की मौत हो गई। ये इतिहास की अनोखी घटना है, जिसमें कोई मुर्गा बिना सिर से इतने महीनों तक जिया हो।