Gyanvapi: ज्ञानवापी मस्जिद के तहखाना में पूजा करने का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है । वाराणसी अदालत में पूजा करने की इजाजत दे दी थी जिसके बाद लोगों ने पूजा-अर्चना की लेकिन उसके बाद विवाद गहरा गया। अदालत के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है इस पर सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डी.वाई चंद्रचूड़ ने संज्ञान लिया उन्होंने मस्जिद इंतजार में कमेटी को हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस के पास जाने को कहा इसका मतलब यह साफ है कि फिलहाल देश की सबसे बड़ी अदालत वाराणसी कोर्ट के फैसले पर रोक लगाने नहीं वाली है।
Gyanvapi: 31 साल बाद हुई पूजा-आरती
आपको बता दे की ज्ञानवापी मस्जिद की कानूनी टीम जिसमें वकील फुजैल अय्यूबी, निज़ाम पाशा और आकांशा शामिल थी। उन्होंने सुबह 3:00 बजे सुप्रीम कोर्ट के रजिस्ट्रार से संपर्क किया मुस्लिम पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट से वाराणसी कोर्ट के आदेश पर रोक लगाने का अनुरोध किया ताकि मुस्लिम पक्ष कानूनी उपाय ना अपना सके।
आज सुबह 3:00 बजे ही मुस्लिम पक्ष में रजिस्टार से तकरीबन 1 घंटे तक बातचीत की आपको बता दें कि बुधवार को कोर्ट के फैसले के बाद ज्ञानवापी में व्यास जी के लिए मस्जिद के तहखाना को खोल दिया गया इसके लिए बुधवार की दिन रात वहां पर पूजा और अर्चना हुई।
Barbara Mori: 1 Affair, 1 career ने कर दिया Actress की जिदंगी तबाह, लेकिन खूबसूरती ने मचाया धमाल
आरती की खबरें सोशल मीडिया पर छाई हुई है वहां से तस्वीरें आ रही है बनारस के फिलहाल कमिश्नर कौशल राज शर्मा है। उन्होंने वाराणसी की अदालत के फैसले के अनुसार पूजा अर्चना होने की बात कही है।
कहां है ज्ञानवापी मस्जिद ?
आपको बता दें कि ज्ञानवापी मस्जिद यूपी के वाराणसी में स्थित एक ऐतिहासिक मस्जिद है इसे 1669 में मुगल सम्राट औरंगजेब ने बनवाया था यह मस्जिद काशी विश्वनाथ मंदिर के नजदीक स्थित है। जो हिंदुओं को सबसे पवित्र मंदिर में से एक है ज्ञानवापी मस्जिद के निर्माण को लेकर विवाद कई सदियों से आ रहा है।
हिंदुओं का दावा है की मस्जिद एक प्राचीन हिंदू मंदिर को तोड़कर बनाई गई है। 1993 में हिंदू कार्यकर्ताओं ने मस्जिद के अंदर पूजा करने की कोशिश की जिसके कारण हिंदू और मुसलमान के बीच हिंसक झड़प हुई।
इसको लेकर तमाम मुद्दे हैं एएसआई की रिपोर्ट आई है जिसमें ज्ञानवापी के अदालत ने ज्ञानवापी मस्जिद का सर्वेक्षण करने का आदेश दिया। एएसआई द्वारा किए गए सर्वेक्षण में मंदिर के अंदर कई सारी हिंदू धार्मिक प्रतीक और सूचनाओं मिली हिंदू पक्ष का मांग है की मस्जिद को हिंदुओं को सौंप दिया जाए उनका तर्क है की मस्जिद एक प्राचीन हिंदू मंदिर है और यह हिंदू मंदिर को तोड़कर बनाई गई है। मुस्लिम पक्ष का आरोप है कि यह मस्जिद एक स्वतंत्र निर्माण है और मुसलमान के पास ही रहना चाहिए।
फिलहाल आपको बता दे की ज्ञानवापी मस्जिद विवाद भारत में धार्मिक तनाव का एक प्रमुख जरिया है । इस विवाद को सुलझाने के लिए सभी पक्षों को आपसी सहमति और सद्भावना के साथ आना होगा तभी इस मसले का कोई हल निकल पाएगा फिलहाल वहां पर 31 साल बाद पूजा अर्चना हुई है जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर छाई हुई है।