Hindu Temple: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी UAE के इस्लामिक देश संयुक्त अरब अमीरात में बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर का उद्घाटन कर चुके हैं। जिसकी खूब चर्चा है यह विशाल मंदिर पत्थरों से बना अबू धाबी का पहला हिंदू मंदिर है जिस रेत के बीच खेला कमल कहा जा रहा है। 27 एकड़ में बना विशाल स्वामीनारायण मंदिर भारत के प्राचीन मंदिर निर्माण शैली का बेहतरीन उदाहरण है। BAPS अक्षर पुरुषोत्तम स्वामी नारायण संस्था बीएपीएस की तरफ से बनाया गया है मंदिर निर्माण के लिए जमीन UAE के सरकार ने दान में दी।
Hindu Temple: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गए थे यूएई
साल 2015 में जब पीएम मोदी यूएई गए थे तब यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद ने मंदिर के लिए 13.5 एकड़ जमीन पीएम मोदी को गिफ्ट में दिया था। 27 एकड़ जमीन पर बने इस मंदिर में साढे 13 एकड़ पर मंदिर और 13.5 एकड़ में पार्किंग एरिया है। पार्किंग एरिया की जमीन यूएई के सरकार ने दी है । आपको बता दें कि सरकार के सहयोग से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति अलनाह्यान को धन्यवाद दिया अपने यूएई दौरे में पीएम मोदी ने कहा आपके यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहन सहयोग के बिना बीएपीएस मंदिर का निर्माण असंभव था ।
मंदिर बनाने में इतना आया खर्च
चलिए आपको बताते है कि मंदिर को बनाने में कितना पैसा लगा है दरअसल बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर 108 फीट ऊंचा 262 फीट लंबा और 180 फीट चौड़ा है। इसको बनाने में 700 करोड रुपए लगे मंदिर के निर्माण में केवल चूना पत्थर और संगमरमर का इस्तेमाल हुआ है कि मंदिर निर्माण के लिए 20000 टन से अधिक पत्थर और संगमरमर 700 कंटेनर में भरकर अबू धाबी लाए गए। मंदिर निर्माण में स्टील या लोहे का इस्तेमाल नहीं हुआ यह हजारों सालों तक ज्यो का त्यो बना रहेगा ।
मंदिर की नींव में भरा गया फ्लाई ऐश
मंदिर की नींव को फ्लाई ऐश से भरा गया है। फ्लाई ऐश से बनी इतने लंबे समय तक मजबूती प्रदान करती हैं आपको बता दे कि मंदिर में बहुत सारी सुविधाएं हैं। बड़ा सा एम्पीथियेटर प्रेयर कक्ष, गैलरी, लाइब्रेरी थीम आधारित बगीचे खूबसूरत फव्वारे फूड कोर्ट गिफ्ट कॉर्नर आदि है मंदिर परिसर में बच्चों के खेलने के लिए जगह एक मजलिस दो समुदाय कक्षा है। जिसमें 5000 लोग बैठ सकते हैं भगवान स्वामीनारायण के मंदिर की दीवारों पर हिंदू धर्म और दुनिया की बाकी सभी संस्कृति सभ्यताओं की ढाई सौ से ज्यादा कहानियों को बनाया गया है।
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आपको बता दे मंदिर के बारिश बाहरी स्तंभ पर रामायण के अलग-अलग कहानियों की नक्काशी की गई है। जिसमें राम जन्म सीता स्वयंवर राम वनवास लंका दहन राम रावण युद्ध जैसे प्रसंग भी शामिल है। मंदिर के दीवारों पर घोड़े और ऊंट जैसे जानवरों की नक्काशी उकेरी गई है जो यूएई का प्रतिनिधित्व करते हैं हर ऊंट और घोड़े के नक्काशी बिल्कुल अलग-अलग तरीके से है जिसमें उनका अनूठा रूप उभर कर सामने आ रहा है।
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