Pradeep Sharma Biography: मुंबई हाई कोर्ट ने पूर्व पुलिसकर्मी और मुंबई के विवादास्पद एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा को 2006 में मुंबई में गैंगस्टर छोटा राजन की कथित करीबी सहयोगी रामनारायण गुप्ता की फर्जी एनकाउंटर में मौत के मामले में दोषी पाया कोर्ट ने उन्हें आजीवन कारावास के सजा चुने इसके अलावा तेरा अन्य आरोपियों की दो सिद्धि भी बरकरार रखी श्री आपको इस आर्टिकल में बताते हैं कि कौन है मुंबई के एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा।
Pradeep Sharma Biography: प्रदीप शर्मा का निजी जीवन
प्रदीप शर्मा का जन्म 1961 में यूपी के आगरा में हुआ प्रदीप पुलिस बल में एक पूर्व अधिकारी है। उन्हें मुंबई एनकांउटर स्क्वाड में एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के रूप में उनके प्रसिद्ध के लिए जाना जाता है और वह 312 अपराधियों की मौत में भी शामिल थे । प्रदीप शर्मा की शादी की अगर बात करें तो स्वीकृति शर्मा से हुई है। इनकी दो बेटियां हैं निकिता और अंकित शर्मा प्रदीप के पिता रामेश्वर प्रसाद शर्मा है ।
25 सालों का करियर
महाराष्ट्र के धुले में एक स्थानीय कॉलेज में अंग्रेजी के प्रोफेसर रह चुके हैं 1983 में प्रदीप शर्मा उप निरीक्षक के रूप में राज्य पुलिस सेवा में शामिल हुए। पहले पोस्टिंग मुंबई के महिमा पुलिस स्टेशन में थी और जूहू मुंबई में विशेष शाखा में ट्रांसफर कर दिया गया। बैंकों में वृद्धि करते हुए वह मुंबई के अन्य उपनगर में पुलिस स्टेशन के प्रमुख बने और मुंबई पुलिस के अपराध किया। वरिष्ठ निरीक्षक 25 साल के करियर के दौरान उन्होंने क्या अपराधी और लश्करे ए तैयबा से संबंधित आतंकवादी सहित 312 प्राणियों की सफल एनकाउंटर के लिए प्रसिद्ध कि वह मुंबई एनकांउटर स्क्वाड के सबसे प्रसिद्ध अधिकारी में से एक है।
फेक एनकाउंटर के लिए किया गया अरेस्ट
31 अगस्त 2008 को महाराष्ट्र सरकार ने अपराधियों के साथ सम्मिलित्यता और संपर्क के कारण शर्मा को बर्खास्त कर दिया। हालांकि आरोपी का अध्ययन करने के लिए एक गठित एक राज्य न्यायाधिकरण ने उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपी को खारिज किया और तत्काल बहाली का आदेश दिया। 2009 में उनको फिर से बहस कर दिया गया लेकिन 2010 में शर्मा को नवंबर 2006 में राजन गिरोह के सदस्य राम नारायण गुप्ता उर्फ लखन भैया की फेक एनकाउंटर के लिए गिरफ्तार किया गया।
4 साल काटी जेल की सजा
4 साल जेल की सजा काटी और 2013 में उन्हें बरी किया गया 2017 में फिर से उनको बोल किया गया और ठंडा पुलिस के एंटी एक्सटॉर्शन सेल के प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया उन्होंने और विवादित शिवसेना में शामिल होने के लिए 2 जुलाई 2019 में इस्तीफा दिया मुंबई के नालासोपारा से विधानसभा चुनाव लड़ा जिसमें वह 2021 में शर्मा को नियन ने दूसरी बार अरेस्ट किया जब उनका नाम एंटीरियर विस्फोट मामले और मनसुख किरण हत्या मामले में सामने आया।