Rameshwaram Cafe: स्वादिष्ट और लजीज दक्षिण भारतीय व्यंजनों का स्वाद लेने के लिए हर दिन लोग रामेश्वरम कैफे के सामने कतार में खड़े होते हैं। रामेश्वरम कैफे सबसे व्यस्त होटल में से एक है इस रामेश्वरम कैफे में शुक्रवार को बम विस्फोट हुआ टेस्टी खाने का आनंद लेने के लिए रामेश्वर कैफे में लोग बम धमाके से हैरान रह गए।
साफ-सफाई और स्वादिष्ट से ग्राहकों को लुभाने वाले रामेश्वरम कैफे में बम धमाका क्यों हुआ,गुमनाम व्यक्ति ने बैग क्यों छोड़ा , वह कौन है इन सवालों को जानने के लिए पुलिस ने जांच तेज कर दी है। आज हम आपको इस आर्टिकल में बताते हैं कि…
रामेश्वरम कैफे की शुरुआत कैसे हुई इसकी कहानी दिलचस्प है ?
दिव्या अहमदाबाद में मैनेजमेंट एंड फाइनेंस की पढ़ाई कर रही थी उस समय एक प्रोफेसर का कहना कि भारतीय बेकार है। वह इसे गलत साबित करने की जिद्द पर आ गई। दिव्या ने दक्षिण भारतीय व्यंजनों को ग्लोबल लेवल पर ले जाने का मन बनाया, फिर रामेश्वरम कैफे का जन्म हुआ। दिव्या IIM अहमदाबाद के मैनेजमेंट और फाइनेंस की पढ़ाई के साथ फूड बिजनेस पर केस स्टडी कर रही थी।
2021 में रामेश्वरम कैफे लॉन्च किया गया
जैसा की दुनिया भर में उभर रही विदेशी खाद्य ब्रांड के मामले में स्टडी है। क्लास के दौरान एक प्रोफेसर ने कहा कि भारतीय बेकार है यह कोई ब्रांड नहीं इस पर दिव्या भड़क गई। फिर दिव्या ने दक्षिण भारतीय भोजन को ग्लोबल लेवल तक पहुंचाने का मन बनाया राघवेंद्र राम ने दिव्या से हाथ मिलाया दोनों ने लॉकडाउन के दौरान पूरा प्लान किया और 2021 में रामेश्वरम कैफे लॉन्च किया गया।
रामेश्वरम कैफे सबसे पहले बेंगलुरु के इंदिरा नगर में 10*10 स्क्वायर फीट की शॉप में शुरू हुआ एक छोटी सी जगह में से पहली बार आया तो इसे ग्राहकों में जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली। इनको सफाई और स्वाद के लिए काफी तारीफ मिली इस तरह यह रेस्टोरेंट आज फायदे में है।
Rameshwaram Cafe: चलिए आपको बताते हैं की कितनी पूंजी है ?
जब रामेश्वरम कैफे पहली बार शुरू किया गया था तो पूंजी रुपए तक नहीं पहुंची थी। अब एक आउटलेट में 3 साल में 8 से 10 करोड़ का कारोबार किया जा रहा है। मैनेजिंग डायरेक्टर दिव्या ने एक इंटरव्यू में खुद ही दावा किया है रामेश्वरम कैफे में हर दिन 7500 बिल काटे जाते हैं तकरीबन 4 से 5 करोड़ का मुनाफा होता है । यह सारी खबरें सोशल मीडिया पर फैल रही है। इस पर दिव्या ने कमेंट किया है कि मैं नंबरों के पीछे नहीं पड़ी उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा कि आप अच्छा बिजनेस कर रहे हैं हम खुश हैं हमारा बिज़नेस बढ़ रहा है।
पूजा करने के बाद होती है खाना बनाने की शुरुआत
आपको बता दें कि रामेश्वरम कैफे की एक खास बात है जब भी वहां पर सुबह की शुरुआत होती है तो सबसे पहले भगवान की पूजा की जाती है । उसके बाद ही गैस चालू की जाती है पहले सांबरानी को दुआ करने के बाद ही यह पकाने के लिए तैयार होता है।