Ravichandran Ashwin: भारत इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे टेस्ट मैच में ऑफ स्पिनर रविंचंद्रन अश्विन ने इतिहास रच दिया दरअसल अश्विन ने टेस्ट में 500 विकेट पूरे कर लिए और ऐतिहासिक उपलब्धि उन्होंने हासिल की। रविचंद्रन अश्विन टेस्ट में 500 विकेट का आंकड़ा छूने वाले सिर्फ दूसरे भारतीय खिलाड़ी है अश्विन टेस्ट क्रिकेट में दूसरे सबसे तेज 500 विकेट लेने वाले गेंदबाज है।
अश्विन ने 98वें टेस्ट मैच में उपलब्धि हासिल की टेस्ट में सबसे तेज 500 विकेट लेने का रिकॉर्ड मुथैया मुरलीधरन के नाम है जिन्होंने 87 टेस्ट में अनोखी उपलब्धि हासिल की थी। वहीं पूर्व भारतीय कप्तान अनिल कुंबले ने 105 और ऑस्ट्रेलिया के दिवंगत स्पिनर ने 108 टेस्ट में कीर्तिमान रचा था ।
Ravichandran Ashwin: अश्विन ने अनिल कुंबले को किया पीछे
अश्विन ने तेज गति से 500 विकेट लेने के मामले में वार्न और कुंबले को भी पीछे छोड़ दिया । अश्विन टेस्ट क्रिकेट में 500 विकेट पूरा करने वाले दुनिया के 90 गेंदबाज है साथी वह ऐसे पांचवें स्पिनर है जिन्होंने 500 या उससे ज्यादा विकेट लिए टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन ने लिए शेन वार्न दूसरे और जेम्स एंडरसन फिलहाल तीसरे नंबर पर है भारत की ओर से टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज अनिल कुंबले है 132 टेस्ट मैच में 619 विकेट अपने नाम किए।
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कौन है Ravichandran Ashwin ?
रविचंद्रन अश्विन एक इंडियन क्रिकेटर है जो बाएं हाथ से बल्लेबाजी और बाएं हाथ से अपनी शानदार स्पिन गेंदबाजी के लिए जाने जाते हैं।अश्विन ने भारत की तरफ से खेलते हुए क्रिकेट वर्ल्ड में अपने कई रिकॉर्ड बनाए हैं। जिसकी वजह से वे विश्व के प्रसिद्ध गेंदबाजों में अपना नाम जुड़वा चुके है।
शुरू से ही क्रिकेट खेलने का काफी शौक था रविचंद्रन अश्विन को, हालांकि उनके पिताजी भी क्रिकेट के शौकीन थे इस वजह से वो अश्विन को एक क्रिकेटर बनाना चाहते थे और वह क्रिकेट के लिए उनको हमेशा से सपोर्ट करते थे । रविचंद्रन अश्विन ने 11 साल की उम्र से क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था।
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हालांकि शुरू में रविचंद्रन अश्विन ने वक्त और बल्लेबाज क्रिकेट की शुरुआत की थी, लेकिन बाद में वह स्पिन गेंदबाजी करने लगे जिसके बाद उन्हें स्पिन गेंदबाजी में महारत हासिल हो गई। 14 वर्ष की उम्र में अश्विन को एक जबरदस्त एक्सीडेंट का भी सामना करना पड़ा था जिसके कारण उन्होंने कुछ साल के लिए क्रिकेट से दूरी बना ली थी लेकिन एक बार फिर से क्रिकेट में वापसी की।