BAAP Formula: बिहार के सत्ता से बेदखल हुए तेजस्वी यादव इन दिनों जनविश्वास यात्रा कर रहे हैं उनके सभा में बड़े पैमाने पर भीड़ जुट रही है इन कार्यक्रमों के जरिए वह 2024 से पहले वोटर्स पर फोकस कर रहे हैं तेजस्वी यादव के BAAP फार्मूले की चर्चा हो रही है जिसे उन्होंने राजद के पुराने आधार कहे जाने वाले MY यानी मुस्लिम और यादव से जोड़ा है।
तेजस्वी यादव की कोशिश है कि इस फार्मूले के जरिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को अपने साथ लाया जाए इसके अलावा सिर्फ मुस्लिम और यादव की पार्टी की होने से मुक्ति चाहते हैं ऐसे में आधार को विस्तार देने के लिए नए समीकरण की बात कर रहे हैं ।
तेजस्वी यादव का क्या है कहना ?
तेजस्वी यादव का कहना है कि उनके BAAP फार्मूले में 90% लोगों को शामिल किया गया वह कहते हैं कि इसमें B का अर्थ बहुजन A का अर्थ आधी आबादी और A का अर्थ महिलाओं से है P का अर्थ पूअर यानी गरीब से है तेजस्वी का कहना है कि यह उन महिलाओं यह उन लोगों को जवाब है जो कहते हैं राजद सिर्फ माई की पार्टी है यानी कि सिर्फ मुस्लिम और यादव की बल्कि यह सच नहीं है राजद की मुसलमानों और यादव के बीच अच्छी पकड़ रही है तीन दशक से पार्टी को 31 फीसदी वाले इन दोनों समुदायों का अच्छा समर्थन मिलता रहा है।
लेकिन अब बीजेपी ने अपने वोट प्रतिशत को बढ़ाया है और कोई भी कुर्मी कुशवाहा समेत अन्य ओबीसी जातियों में पकड़ बनाए तो फिर राजद के लिए भी नए सिरे से होने का वक्त है खास तौर पर तब जब राज्य में कांग्रेस कमजोर है और जदयू की ताकत भी पहले जैसी नहीं रहे चलिए आपको बताते हैं ।
तेजस्वी यादव की 10 दिनों की यात्रा का प्लान क्या है
इस दौरान उनका फोकस मुख्य तौर पर युवाओं पर रहेगा वह चार जनसभाओं को संबोधित करेंगे हर रोज तेजस्वी यादव में शिक्षक भर्ती का खूब जिक्र कर रहे हैं ताकि उनका क्रेडिट लिया जा सके आपको बता देंगे नितेश कुमार के अलग होने के बाद 17 महीने की सरकार में दी गई नौकरियों को लेकर क्रेडिट की जंग चल रही है। तेजस्वी का कहना है कि उनके सरकार ज्वाइन करने के बाद भी नौकरियां दी जा सकेंगी। उससे पहले नीतीश कुमार कहते थे यदि लाख को नौकरियां देंगे तो फिर रकम कहां से लाएंगे।