Umesh Nath Maharaj: कौन है बाल योगी संत उमेश नाथ महाराज, जिसको BJP ने भेजा राज्यसभा

Umesh Nath Maharaj: बीजेपी ने राज्यसभा चुनाव के लिए मध्य प्रदेश से चार सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया गया है और इसी बीच एक ऐसा चौंकाने वाला नाम सामने आया जिसका नाम सुनने के बाद सब लोग हैरान रह गए वह नाम था वाल्मिकी धाम आश्रम के प्रमुख पीठाधीश्वर बाल योगी संत उमेश नाथ जी महाराज का। उज्जैन के वाल्मिकी धाम आश्रम के प्रमुख पीठाधीश्वर बाल योगेश संत उमेश नाथ जी महाराज को भाजपा ने राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है।

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Umesh Nath Maharaj: कौन है बाल योगी संत उमेश नाथ ?

खास बात यह है कि मीडिया से बातचीत करने पर बाल योगी संत उमेश नाथ ने कहा कि मुझे खुद आप सभी लोगों के माध्यम से यह सूचना मिल रही है मुझे इससे पहले इसके बारे में कोई भी जानकारी नहीं थी उन्होंने यह भी कहा कि मैं अभी-अभी अपने दैनिक पूजन पाठ अधिकारों से निवृत हुआ हूं और आप सभी लोगों से मुझे अपने राज्यसभा सांसद पद के लिए प्रत्याशी सूचना प्राप्त हुई है।

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इसके बारे में मुझे कोई भी जानकारी नहीं थी जब भी महाकाल किसी को कोई जिम्मेदारी देते हैं तो स्वयं उसे कार्य को निभाते हैं 60 वर्ष साधु और संन्यासी जीवन में बीत गया और अब जाकर मुझे यह दायित्व मिला है मैं तो सत्य निष्ठा मन वचन और कर्म से पूरी तरीके से उसका निर्वहन करने का प्रयास करूंगा।

उमेश नाथ महाराज जी का जीवन

देश के सभी साधु संतों से आशीर्वाद लूंगा और इस क्षेत्र में कार्यरत लोगों से परामर्श लेकर अच्छे से इसकी जिम्मेदारी को निभाऊंगा। राज्यसभा उम्मीदवार बने उमेश नाथ जी महाराज के जीवन की बात करें तो वाल्मीकि समाज का प्रतिनिधित्व करते हैं और वह ऐसे शख्स हैं जिनके पास संघ प्रमुख मोहन राम भागवत से लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मुख्यमंत्री और तमाम दिग्गज आशीर्वाद लेने आ चुके हैं।

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ऐसा भी सुनने में आया है कि पिछले सिंहस्थ कुंभ में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संत उमेश नाथ जी महाराज के साथ समरसता नाहन भी किया है आपको बता दें कि बाल योगी संत उमेश नाथ जी महाराज साल 1964 यानी बाल्यावस्था से साधु है। माता-पिता ने महायोगी श्री गोरखनाथ जी की धूनी पर जन्म लेने के बाद ही अपने बेटे को वहीं सौंप दिया और तब से लेकर वह आज तक सन्यासी जीवन जी रहे हैं। 1992 में राजकीय मध्य प्रदेश राजस्थान में सबसे पहले राजकीय अतिथि का दर्जा प्राप्त होने के बाद गौरव इंडिया अवार्ड से भी उनको सम्मानित किया जा चुका है।

कर्मवीर अवार्ड छत्तीसगढ़ अवार्ड हरियाणा अवार्ड, राजस्थान अवार्ड उसी के साथ अवध यूनिवर्सिटी समरसता अवार्ड से भी उन्हें सम्मानित किया गया है। विदेश की यात्रा भी करते हैं और अपना जीवन वह बहुत ही सीधे पूर्ण तरीके से जीते हैं और मधुर भाषा का प्रयोग करते हैं।

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