Delhi Jal Board: ED यानी कि प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली जल बोर्ड में कथित अनियमितताओं से जुड़े मनी लांड्रिंग के मामले में सीएम अरविंद केजरीवाल को सामान भेजा है। आधिकारिक सूत्रों के मानें तो केजरीवाल को 18 मार्च को एपीजे अब्दुल कलाम रोड स्थित ईडी दफ्तर आने और अपना बयान दर्ज करने के लिए कहा गया है। मनी लर्निंग लोधी कानून के तहत यह दूसरा केस दर्ज है जिसमें केजरीवाल को समन भेजा गया है कि दिल्ली सरकार के विभाग के ठेके के बदले लिया गया रिश्वत दी गई ।
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क्या है मामला ?
आम आदमी पार्टी को चुनावी कोर्स के रूप में दी गई इट इस मामले की जांच में फरवरी में केजरीवाल के निजी सहायक विभव कुमार के परिसरों पर छापेमारी की थी। आप राज्यसभा सदस्य एनडी गुप्ता बीजेपी के पूर्व सदस्य शलभ कुमार चार्टर्ड अकाउंटेंट पंकज मंगल और कुछ अन्य पर भी छापे मारे गए । पूर्व मुख्य अभियंता जगदीश कुमार अरोड़ा अनिल कुमार अग्रवाल नाम के ठेकेदार को 31 जनवरी को गिरफ्तार किया ।इसके बाद एजेंसी ने दावा किया कि एनकेजी इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने फर्जी डॉक्यूमेंट जमा करके निविदा हासिल की ।
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Delhi Jal Board: आरोप और केजरीवाल का कहना
आरोप है कि अरोड़ा को पहले से पता था कि कंपनी पात्रता शर्तों को पूरा नहीं करती फिर भी उसने ठेका दिया। ईडी का आरोप है कि अरोड़ा ने रिश्वत की रकम नगद और बैंक खातों मिली है। कांटेक्ट पर केवल 17 करोड रुपए खर्च किए गए बाकी रकम विभिन्न फर्जी खर्चों की आड़ में गबन कर ली गई। इस तरह के फर्जी खर्च दिखाकर हासिल रकम और रिश्वत का इस्तेमाल चुनावी कोष के लिए किया गया। वह इस पर आम आदमी पार्टी के केजरीवाल का कहना है कि केजरीवाल को गिरफ्तार करने और उन्हें लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार करने की रोकने किए योजना है।