Govind Dholakia: गुजरात के डायमंड सिटी के फेमस हीरा कारोबारी गोविंद ढोलकिया अब राज्यसभा जाएंगे दरअसल गुजरात बीजेपी ने खाली हुई राज्यसभा की चार सीट के लिए गोविंद ढोलकिया को उम्मीदवार बनाया है। विधानसभा में बीजेपी की ज्यादा संख्या को देखते हुए राज्यसभा चुनाव को मात्र औपचारिक माना जा रहा है। गोविंद ढोलकिया पिछले महीने जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या राम मंदिर में रामलला के प्रमाण प्रतिष्ठा की थी तब वह सुर्खियों में आए थे उन्होंने राम मंदिर के लिए 11 करोड़ रुपए की धनराशि दान दी थी।
Govind Dholakia: गोविंद ढोलकिया है काफी फेमस
आपको बदा दें की गोविंद ढोलकिया प्रसिद्ध राम कथाकार मुरारी बापू के फॉलोअर्स माने जाते हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी उनका दो दशक से ज्यादा पुराना परिचय है। अगर गोविंद ढोलकिया की पढ़ाई की बात करें तो सिर्फ उन्होंने सातवीं तक पढ़ाई की है।
गोविंद ढोलकिया काका के नाम से है फेमस
7 नवंबर 1947 को दुधाला गांव में जन्मे गोविंद ढोलकिया काका के नाम से फेमस है। सूरत डायमंड कैपिटल बनाने का श्रेय गोविंद ढोलकिया को जाता है वह श्री रामकृष्ण एक्सपोर्ट हीरा कंपनी के मालिक है। 1964 में सूरत से कैरियर की शुरुआत की शुरुआत में हीरे की कटाई और पॉलिशिंग पर काम करते थे। सालों बाद उन्होंने एक और दोस्त के स्वतंत्र रूप से एक साथ काम करने का फैसला लिया इसके बाद श्री रामकृष्ण एक्सपोर्ट कंपनी बने कच्चे हीरे के व्यापारी हीराबाई बड़ी वाला के साथ उन्होंने अपना बिजनेस शुरू किया।
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जीरो से करोड़ो का किया था सफर तय
पॉलिश करने के बाद कच्चे हीरे पूजन के हिसाब से 34% तक दिखाई देते हैं आपको बता दें जीरो से करोड़ों का सफर तय करने वाले गोविंद ढोलकिया बिजनेस करने के लिए 410 रुपए उधार लिए थे और उसके बाद उन्होंने अपने बिजनेस के शुरुआत की थी उन्होंने अपने पैतृक गांव दुधाला में लगभग 850 परिवारों को सोलर पैनल रूफटॉप गिफ्ट किया है। इसके साथ आपको बता देंगे दुधाला देश का पहला ऐसा गांव बना है ,जो बिना किसी सरकारी सब्सिडी के 100 फीसदी सौर ऊर्जा से संचालित होगा।
गोविंद ढोलकिया की बायोग्राफी
गोविंद ढोलकिया ने अपनी बायोग्राफी में अपने स्ट्रगल का जिक्र किया है उनकी बायोग्राफी ‘डायमंड आर फॉरेवर,सो आर मोरल्स’ के नाम से पब्लिश हुई है जिसमें उन्होंने बताया कि डायमंड की पहली बिक्री से उन्हें ₹920 मिले उनका जन्म किसान परिवार में हुआ उनके 7 भाई-बहन है ढोलकिया के जीवन पर राम कथा कार मुरारी बापू के शिक्षाओं का काफी गहरा प्रभाव है।