Yogi Adityanath: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने युवाओं के हित में फैसला सुनाया है दरअसल नागरिक पुलिस में सिपाही के 60,000 से अधिक पदों पर हुई भर्ती परीक्षा को निरस्त कर दिया गया है । यह फैसला उन्होंने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी के साथ हुई उच्च स्तरीय बैठक में समीक्षा करने के बाद लिया ।
यह परीक्षा 17 से 18 फरवरी को हुई थी । इसमें तकरीबन 50 लाख युवाओं ने आवेदन किया था और 48 लाख अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी । मुख्यमंत्री ने फैसला पुलिस में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ हुई उच्च स्तरीय बैठक में समीक्षा के बाद दिया।
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Yogi Adityanath: साक्ष्यों की ली गई पड़ताल
इस बैठक में डीजीपी प्रशांत कुमार एडीजी कानून व्यवस्था अमिताभ यश प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद समिति कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे । साथ ही पुलिस बोर्ड के कई अधिकारी भी थे मुख्यमंत्री ने एक-एक कर सभी की शिकायतों की जानकारी ली उनके बारे में साक्ष्य की पड़ताल की।
इसके बाद 17-18 फरवरी को हुई परीक्षा को निरस्त कर दिया गया। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि इन भारतीयों को 6 माह के भीतर पूर्ण सुचिता के साथ आयोजित किया जाएगा साथ ही युवाओं की मेहनत और परीक्षा की सूची से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ कठोरता से कार्रवाई होगी । उन्होंने एसटीएफ को सख्ती से जांच करने के निर्देश दिए।
आपको बता दे की परीक्षा की गोपनीयता भंग करने वाले एसटीएफ की रडार पर है और अब तक 300 से ज्यादा गिरफ्तारी इस मामले में हो चुकी है।